Bukhar : कई बार मौसम में आए अचानक बदलाव की वजह से तो कई बार किसी इंफेक्शन के कारण बुखार हो जाता है बुखार किसी भी तरह का हो सकता है टाइफाइड मलेरिया वायरल फीवर और दिमागी बुखार अगर समय पर बुखार के लक्षणों की पहचान हो जाए तो इससे बढ़ने से रोका जा सकता हैं

यह विशेषकर मौसम बदलने के दौरान होने वाली बीमारी है जब भी मौसम बदलता है तब तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण हमारे शरीर की प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर पड़ जाती हैं और शरीर जल्दी वायरस से संक्रमण में आ जाता है
आमतौर पर यह वायरल फीवर मौसम के बदलने पर प्रतिरक्षा तंत्र के कमजोर होने पर होता है लेकिन इसके सिवा और भी कारण हैं जिनके कारण बुखार आता है दूषित जल एवं भोजन का सेवन प्रदूषण के कारण दूसरी हवाओं में मौजूदधूल के कणों का शरीर के भीतर जाना रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी वायरस बुखार हुआ रोगी के साथ रहना|

जब भी घर में किसी बड़े या बच्चे को बुखार आता है तो हम हमेशा सबसे पहले मेडिसन से बुखार उतारने की कोशिश करते हैं लेकिन इन दवाओं से बुखार तो दूर हो जाता है पर हमारे लीवर पर इसका बुरा असर पड़ता है लेकिन हम कुछ घरेलू उपायों की मदद से बुखार का इलाज कर सकते हैं जिनका हमें शरीर पर कोई बुरा असर देखने को नहीं मिलता|
बुखार (Bukhar) क्या है What is Fever
बुखार एक संकेत है जिसका मतलब है कि शरीर किसी बीमारी या संक्रमण से लड़ रहा है माना जाता है कि हमारे शरीर का सामान्य तापमान व्यक्ति विशेष आयु और उसकी शारीरिक गतिविधियों पर निर्भर करता है वैज्ञानिक आधार पर शरीर का सामान्य तापमान 98.6 डिग्री फारेनहाइट माना गया है बुखार मे शरीर का तापमान सामान्य से अधिक हो सकता है जब शरीर का टेंपरेचर 100. 4 डिग्री फारेनहाइट या उससे अधिक हो जाता है तो उसे बुखार माना जाता है तेज बुखार में तापमान 103.1 डिग्री फारेनहाइट और बहुत तेज बुखार में 105.8 डिग्री फारेनहाइट पहुंच जाता है|

बुखार आने के कारण- Due to Fever
- वायरल और बैक्टीरिया से होने वाला संक्रमण
- सर्दी और फ्लू
- गले में खराश और कान का संक्रमण
- डायरिया
- टीकाकरण के बाद
- आंतों में सूजन से
- रक्त वाहिकाओं और धमनियों में सूजन
- कैंसर का पहला लक्षण में भी बुखार हो सकता है
- कोरोनावायरस
- साइनस का संक्रमण
- रक्त में सफेद कोशिकाओं की असामान्यता

बुखार के लक्षण- Symptoms of Fever
बुखार में शरीर का तापमान बढ़ने के साथ-साथ अन्य कई लक्षण भी नजर आते हैं|
- ठंड लगना
- शरीर में
- भूख ना लगना
- पसीना आना
- कुछ मामलों में गर्मी लगना
- कमजोरी का एहसास होना
- बार-बार प्यास लगना
- तनाव
- थकान
- ऊर्जा में कमी का एहसास
- चिड़चिड़ापन
- उबासी आना
- सांस लेने में कठिनाई
- सुस्ती आना
बुखार ठीक करने के घरेलु उपचार – Home Remedies to Cure Fever
बुखार से छुटकारा पाने के लिए कुछ घरेलू उपचार कर सकते हैं बस ध्यान दें कि बुखार तेज होने पर इसके इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है इन उपचार से बुखार (Bukhar) को थोड़ा कम किया जा सकता है| और नार्मल बुखार हो तो इन औषधियों से ठीक भी किया जा सकता है |

ठंडे पानी की पट्टियां-
एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार बुखार का घरेलू उपचार ठंडी पट्टियों से भी किया जा सकता है इसे शरीर का तापमान कम करने का अच्छा तरीका बताया गया है शोध में इस बात का भी जिक्र है कि दवाई के मुकाबले ठंडी पट्टी का इस्तेमाल से तापमान में तेजी से कमी आ सकती है इसके लिए एक बड़े बर्तन में ठंडा पानी ले और तौलिए को पानी में अच्छी तरह से भिगोए तौलिए को अच्छी तरह से निचोड़ कर पीड़ित व्यक्ति के सर पर आधे मिनट तक रखें| लगभग 10 मिनट तक यह प्रक्रिया करें|

तुलसी का प्रयोग-
बुखार में तुलसी के पत्ते का सेवन फायदेमंद होता है इसमें एंटीबायरेटिक गुण होता है जो बुखार (Bukhar) की समस्या को कुछ हद तक कम करने में मदद कर सकता है इस घरेलू नुक्से में मौजूद अदरक में एंटी वायरल इफेक्ट होता है जो सर्दी की वजह से होने वाले बुखार को कम कर सकता है ऐसे में कहा जा सकता है कि ठंड लगकर बुखार आना घरेलू उपाय में तुलसी को शामिल किया जा सकता है एक बर्तन में तुलसी के पत्ते और अदरक डालकर 8 मिनट तक उबालें और इस पानी का रंग गहरा हो जाने पर उसे छानकर कप में लें और उसमें आधा चम्मच शहद मिलाएं फिर इसको दिन में दो बार सेवन करें|
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हल्दी का सेवन –
स्वस्थ रहने के लिए हल्दी का इस्तेमाल प्राचीन काल से किया जा रहा है हल्दी को पुराने चिकित्सा पद्धति में ज्वरंतिक (बुखार खत्म करने वाला) भी कहा जाता है| दरअसल इसमें एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं यह वायरस और बैक्टीरिया के कारण होने वाले बुखार को कम करने में मदद कर सकते हैं एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर सोने से पहले इसका सेवन करें
ग्रीन टी का सेवन –
ग्रीन टी का उपयोग भी बुखार को कम करने के लिए किया जा सकता है दरअसल संक्रमण से होने वाले बुखार को कम करने में ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन कंपाउंड सहायक हो सकता है यह एंटीवायरल गुण प्रदर्शित करता है जो वायरस को नष्ट करके संक्रमण और इसके कारण होने वाले बुखार को कम करता है
आधा कप पानी में ग्रीन टी डालकर उसे कुछ देर तक उबालें | अब इस पानी को छानकर एक कप में डालें थोड़ा ठंडा होने के बाद इसमें एक चम्मच शहद मिला लें| अब इसका सेवन दिन में दो से तीन बार कर सकते हैं| वैकल्पिक रूप से सिर्फ गर्म पानी में ग्रीन टी डालकर गरारे भी कर सकते हैं|

मुलेठी की जड़-
बुखार की समस्या में मुलेठी का उपयोग बहुत ही फायदेमंद हो सकता है दरअसल इसमें एंटीवायरल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो बुखार को खत्म करने में काफी मददगार होते हैं| इसके लिए थोड़े से
पानी को बर्तन में डालकर उबालें |अब पानी को मुलेठी लोंग तुलसी काली मिर्च और अदरक डालें करीब 30 मिनट बाद इस में गुड़ डालकर 20 मिनट तक पकाएं फिर इस काडे को छानने ले अब इसे रोज सुबह खाली पेट सेवन करें इसके सेवन से बुखार की समस्या में तुरंत आराम मिलेगा|

दालचीनी का प्रयोग –
सेहत के लिए दालचीनी के कई प्रकार के फायदे हो सकते हैं यह बुखार को कम करने के साथ ही इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं
रोज सुबह एक चम्मच शहद के साथ दालचीनी का पावडर खा सकते हैं और वैकल्पिक रूप से गर्म पानी में एक चम्मच शहद और दालचीनी चूर्ण मिलाकर भी पी सकते हैं|
सेब के सिरके का सेवन –
बुखार के घरेलू उपाय के लिए सेब के सिरके का इस्तेमाल भी किया जा सकता है बताया जाता है कि सालों से इसका इस्तेमाल बुखार को कंट्रोल करने के लिए लोग करते हैं दरअसल सेब का सिरका एंटीमाइक्रोबियल गुण से युक्त होता है जो बैक्टीरिया और वायरस के कारण होने वाले संक्रमण को रोकने में मददगार हो सकता है इसी वजह से इसे शरीर का तापमान कम करने में मददगार माना जाता है

एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर पियें |वैकल्पिक रूप से सेब के सिरके और पानी को मिक्स कर लें अब तौलिये को इस में डुबोकर हल्कानिचोड़ दे | अब इस तौलिए को 1 से 2 मिनट तक माथे पर और पेट पर रखें |आप तौलिए को तलवे पर भी बांध सकते हैं इसके अलावा हल्के गर्म पानी में एक कप सेब का सिरका डालकर नहा भी सकते हैं|
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बुखार में क्या खाएं और क्या ना खाएं-
बुखार होने पर खाद्य पदार्थों पर भी खास ध्यान दिया जाना चाहिए |जिससे स्थति को थोडा बेहतर किया जा सके |

क्या खाएं-
- ताजे फलों का सेवन करें
- खूब पानी पियें
- शहद का सेवन करें
- ग्रीन टी का सेवन करें
- दालचीनी का अधिक मात्रा में प्रयोग करें |
- सूप का सेवन करें
- पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थो का सेवन करें |
क्या नहीं खाना चाहिए –
- काफी और चाय
- शराब
- लो न्यूट्रिशन वाले खाद्य पदार्थ जैसे फास्ट फूड
- तले हुए खाद्य
- अत्यधिक मसाले वाले खाद्य पदार्थ

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यह कुछ उपचार दिए हुए हैं जिनका उपचार करके आप बुखार को कम कर सकते हैं ज्यादा बुखार आने पर आप डॉक्टर की सलाह जरूर लें और अपने शरीर का चेकअप कराएं|