Jukam ka ilaj : सर्दी जुकाम होना एक आम समस्या है यह ऊपरी श्वसन तंत्र में आसानी से फैलने वाला संक्रामक रोग है जो ज्यादातर नाक को प्रभावित करता है। इसके लक्षणों में खांसी, गले में खराश, नाक से स्राव (राइनोरिया) और बुखार आते हैं। लक्षण आमतौर पर सात से दस दिन के भीतर समाप्त हो जाते हैं। लेकिन कुछ लक्षण तीन सप्ताह तक भी रह सकते हैं। ऐसे दो सौ से अधिक वायरस होते हैं जो सामान्य जुकाम का कारण बन सकते हैं। राइनोवायरस इसका सबसे आम कारण होता है।

बैक्टीरिया, वायरस, कवक और अन्य प्रकार के रोगाणुओं जैसे कई सूक्ष्म जीव मानव शरीर में प्रवेश करते हैं। शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली इन सूक्ष्म जीवों से लड़ती है, जो शरीर के भीतर किसी बीमारी का कारण बनती हैं। लेकिन कभी-कभी ऐसा भी होता है कि प्रतिरक्षा प्रणली उन सभी से लड़ नहीं सकती और उन्हें शरीर से खत्म नहीं कर पाती है। जब एक व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली इन हानिकारक वायरस को रोकने में विफल हो जाती है, तो वे आमतौर पर शरीर में संक्रमण का कारण बनती है। जो बुखार जुकाम जैसे संक्रमण को जन्म देती है
जुकाम या बुखार क्यों होता है? (Jukam ka ilaj )
Jukam ka ilaj : बदलते मौसम में जुकाम-बुखार एक आम समस्या है। अक्सर बारीश के बाद तापमान में अचानक परिवर्तन होने से वायरल बुखार और संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा होता है। आमतौर पर इस मौसम में होने वाला सर्दी-जुकाम 5 से 7 दिन में ठीक हो जाता है मगर कुछ लोगों में ये लम्बे समय तक चलता रहता है। अगर आपको भी बदलते मौसम के कारण जुकाम-बुखार की समस्या होने लगती है अगर ये ठीक नहीं हो रहा है, तो इसका कारण आपकी ही कुछ गलतियां हो सकती हैं, जिसको आप अनजाने में नजरअंदाज कर रहे हैं।
बार-बार सर्दी लगने के कई कारण हो सकते हैं:
- ब्लड सर्कुलेशन की कमी
- विटामिन डी की कमी
- प्रोटीन की कमी
- बैक्टीरियल इंफ़ेक्शन
- एलर्जी
- साइनसाइटिस
- मौसम बदलना

जुकाम और बुखार के घरेलू नुस्ख़े ( Home Remedies for Cold and Fever)
Jukam ka ilaj : आमतौर पर जुकाम और बुखार की समस्या से छुटकारा पाने के लिए सबसे पहले घरेलू नुस्ख़ों को ही अपनाया जाता है। यहां हम वैदिक विशेषज्ञों द्वारा पारित कुछ ऐसे घरेलू उपायों के बारे में बात करेंगे जिनके सेवन से जुकाम और बुखार की समस्या से जल्द ही आराम मिल सकता है।
जुकाम की समस्या को दूर करने के लिए गेँहू की भूसी का सेवन –
जुकाम और खांसी के उपचार के लिए आप गेहूं की भूसी का भी प्रयोग कर सकते हैं। 10 ग्राम गेहूं की भूसी, पांच लौंग और कुछ नमक लेकर पानी में मिलाकर इसे उबाल लें और इसका काढ़ा बनाएं। इसका एक कप काढ़ा पीने से आपको जुकाम की समस्या में तुरन्त आराम मिलेगा।

जुखाम की समस्या के लिए तुलसी का प्रयोग – Jukam ka ilaj
सामान्य जुकाम और खांसी के उपचार के लिए तुलसी बहुत ही कारगर घरेलू उपाय है तुलसी में काफी उपचारी आयुर्वेदिक गुण पाये जाते हैं, जो जुकाम और फ्लू आदि से बचाव में कारगर होते हैं। तुलसी की पत्तियां चबाने से कोल्ड और फ्लू दूर रहता है। खांसी और जुकाम होने पर इसकी पत्तियां पीसकर पानी में मिलाएं और काढ़ा तैयार कर लें। इसे पीने से काफी जल्द आराम मिलता है।
इसके अलावा तुलसी और अदरक को सर्दी-जुकाम के लिए रामबाण माना जाता है। एक कप गर्म पानी में तुलसी की पांच-सात पत्तियां लें। उसमें अदरक के एक टुकड़े को भी डाल दे। उसे कुछ देर तक उबलने दे और उसका काढ़ा बना लें। जब पानी बिल्कुल आधा रह जाए तो इसे आप धीरे-धीरे पी लें। यह नुस्खा बच्चों के साथ बड़ों को भी सर्दी-जुकाम में राहत दिलाने के लिए असरदार होता है।

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काली मिर्च का सेवन- Jukam ka ilaj
काली मिर्च को शहद के साथ खाने से काफी जल्द आराम देखने को मिलता है इसके अलावा आप मास्क का जरूर प्रयोग करें |
इलायची का प्रयोग करें –
इलायची न केवल बहुत अच्छा मसाला है बल्कि यह सर्दी और जुकाम से भी बचाव करती है। जुकाम होने पर इलायची को पीसकर रुमाल पर लगाकर सूंघने से सर्दी-जुकाम और खांसी ठीक हो जाती है। इसके अलावा चाय में इलायची डालकर पीने से आराम मिलता है।
हर्बल टी का सेवन करें –
सर्दी और जुकाम में औषधीय चाय पीना बहुत फायदेमंद होता है। सर्दी के कारण, सिरदर्द, बुखार और खांसी होना सामान्य है, ऐसे में हर्बल टी पीना आपके लिए फायदेमंद है। इससे ठण्ड दूर होती है और पसीना निकलता है और आराम मिलता है। यदि जुकाम खुश्क हो जाये, कफ गाढ़ा, पीला और बदबूदार हो और सिर में दर्द हो तो इसे दूर करने के लिए हर्बल टी का सेवन करना अच्छा होता है।

सर्दी जुकाम के लिए कपूर का सेवन-
सर्दी से बचाव के लिए कपूर का प्रयोग भी फायदेमंद है। कपूर की एक टिकिया को रुमाल में लपेटकर बार-बार सूंघने से आराम मिलता है और बंद नाक खुल जाती है। इसके अलावा कपूर सूंघने से ठण्ड भी दूर होती है। कपूर की टिकिया का प्रयोग करके आप सर्दी और जुकाम की समस्या से बचाव कर सकते हैं।
लहसुन का प्रयोग करें –
लहसुन सर्दी-जुकाम से लड़ने में काफी मददगार होता है। लहसुन में एलिसिन नामक एक रसायन होता है जो एंटी-बैक्टिरीयल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल होता है। लहसुन की पांच कलियों को घी में भुनकर खाएं। ऐसा एक-दो बार करने से जुकाम में आराम मिल जाता है। सर्दी जुकाम के संक्रमण को लहसुन तेजी से दूर करता है।
डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए ? (When to See a Doctor?)

आम तौर जुकाम और बुखार होने पर लोग डॉक्टर के पास तब तक नहीं जाते जब तक अवस्था कुछ गंभीर प्रतीत न हो, लेकिन दिए हुए लक्षण दिखने पर तुरन्त डॉक्टर से परामर्श लें-
- -अगर आपका बुखार 101.3 फारेनहाइट से ज्यादा है।
- -अगर आपको लगातार चार-पांच तक बुखार आता है, अगर आपको सांस लेने में परेशानी, उलझन और शरीर में तेज दर्द है।
- -कम बुखार में भी उल्टी, दस्त, चक्कर, सिर, आंखों, बदन या जोड़ों में दर्द जैसे लक्षणों में से कोई भी लक्षण है, तो फौरन डॉक्टर से परामर्श लें।
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