Pet Dard ka ilaj : आजकल पेट दर्द एक आम समस्या बन गई है क्योंकि लोगों की जीवनशैली इतनी अनियमित हो गई है कि इसका सीधा असर पाचन तंत्र पर पड़ता है। लंबे समय तक बैठे रहना, समय की कमी या नींद की कमी के कारण बहुत अधिक जंक फूड खाना जैसी समस्याएं आमतौर पर अपच या पेट की परेशानी का कारण बनती हैं, जिससे पेट में दर्द होता है। पेट शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है और शरीर के कामकाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शरीर की ज्यादातर अंदरूनी समस्याएं पेट से जुड़ी होती हैं। पेट भोजन को अवशोषित करता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। खान-पान में गड़बड़ी या अन्य कारणों से पेट में दर्द की समस्याएं हो होने लगती हैं पेट दर्द के कई प्रकार होते हैं जो कुछ इस प्रकार है |

पेट दर्द के प्रकार –
पेट दर्द के कई प्रकार हो है जो की कुछ इस प्रकार है |
सामान्य दर्द – इस प्रकार का दर्द अक्सर खराब खान-पान या पाचन संबंधी विकारों के कारण होता है। यह पूरे पेट या आधे पेट को प्रभावित करता है। इस प्रकार का दर्द बिना उपचार के ही ठीक हो जाता है।
ऐठन – पेट में ऐंठन मल के सख्त होने या पेट फूलने के कारण होती है। यह समस्या कुछ समय तक रहती है और उपचार करने के बाद खत्म हो जाती है डायरिया, गैस होने पर मरीज को ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
कोलिकी दर्द – इस प्रकार का दर्द उदर गुहा में तरंगों के रूप में होता है। यह दर्द अक्सर अचानक शुरू होता है और फिर बंद हो जाता है। यह दर्द पथरी या पित्त पथरी के कारण हो सकता है।

पेट दर्द के कारण-
पेट दर्द के कुछ प्रमुख कारण हो सकते है जो कुछ इस प्रकार है –
मासिक धर्म के कारण – मासिक धर्म से जुड़ी महिलाओं में दर्दनाक मांसपेशियों में ऐंठन। इसमें एंडोमेट्रियोसिस नामक स्थिति शामिल हो सकती है।
सूजन आंत्र रोग (आईबीडी)- क्रोहन रोग या अल्सरेटिव बृहदांत्रशोथ लंबे समय तक चलने वाले रोग हैं जिनका इलाज न किए जाने पर जीवन के लिए खतरा हो सकता है। वे अक्सर खूनी मल के साथ ऐंठन, पेट का दर्द का कारण बनते हैं।
मूत्राशय का संक्रमण- मूत्राशय में संक्रमण के कारण पेट के निचले हिस्से में दर्द पैदा कर सकता है इसके इलाज के लिए एंटीबायोटिक दवाओं की आवश्यकता होती है
पेट की मांसपेशियों में खिंचाव- पेट की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण पेट में दर्द शुरु हो जाता है अचानक मुड़ने या तेज गति, तीव्र व्यायाम, भारी वस्तुओं को उठाने आदि के कारण हो सकता है।
खराब जीवन शैली के कारण – खराब जीवन शैली के कारण पेट में गैस ऐठन जैसी समस्या होने लगती है और पेट में तनाव महसूस होता है समय पर भूख भी नहीं लगती है
पथरी- किडनी में छोटे-छोटे स्टोन बन सकते हैं लेकिन अगर वे किडनी से ब्लैडर तक पेशाब ले जाने वाली छोटी ट्यूब में चले जाएं तो बहुत दर्द हो सकता है इसके प्रभाव से असहनीय दर्द का सामना करना पढ़ता है |
पेट दर्द में तुरंत आराम देंगे ये घरेलू नुस्खे- (Pet Dard ka ilaj)
पेट में दर्द की परेशानी ऐसी होती है जिससे व्यक्ति न तो सुकून से बैठ पाता है और न ही कोई काम कर पाता है। दर्द के लिए कई बार लोग बार-बार दवाई लेते हैं जो हेल्थ के लिए अच्छी नहीं है। ऐसे में घरेलू उपचार ज्यादा बेहतर ऑप्शन होता है।
मेथी दाना-
मेथी दाने को थोड़ा सा भून लें और फिर उसे पीसकर पाउडर बना लें। इसे गर्म पानी के साथ लें। ध्यान रहे कि मेथी दाना ज्यादा न सिके व पानी भी ज्यादा गर्म न हो।
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हींग बच्चों के पेट दर्द में लाभकारी –
आधा छोटा चम्मच हींग को पानी के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें। इसी पेस्ट को शिशु की नाभी के किनारे-किनारे लगा दे ऐसा करने से शिशु के पेट दर्द में बहुत जल्दी आराम मिलता है।
अजवाइन पेट दर्द या पेट के गैस से दिलाये छुटकारा–
जवायन चूर्ण का प्रयोग अजवायन 1 या 2 ग्राम, सोठ 1 ग्राम दोनों को साथ में अच्छी तरह से पीसकर गुनगुने पानी के साथ खाली पेट या नाश्ते के बाद लेना चाहिए। यह पाउडर पेट दर्द (Pet Dard) को कम करता है तथा भूख को बढ़ाता है। यह पाउडर दिन में दो बार सुबह और शाम को लेना चाहिए।
लहसुन का रस पेट दर्द और गैस से दिलाये आराम
1 छोटा चम्मच लहसुन का रस और 3 छोटे चम्मच सादा पानी एक साथ मिलाकर 1 हफ्ते तक रोज सुबह या शाम खाने के बाद पीना चाहिए। इसके सेवन से गैस तथा पेट के दर्द (Pet dard) में बहुत जल्दी लाभ मिलता है।

अदरक-
चाय में अदरक को किसकर डालें। उसे अच्छे से उबलने दें और फिर दूध मिलाएं। इसके सेवन से दर्द में राहत मिलती है।
पुदीना-
पुदीने के पत्ते को चबाएं या फिर 4 से 5 पत्तियों को एक कप पानी के साथ उबाल लें। पानी को गुनगुना होने दें और फिर सेवन करें। इसके सेवन से पेट दर्द में काफी जल्द आराम देखने को मिलता है
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ऐलोवेरा जूस-
गैस, कब्ज, डायरिया जैसे कारणों से होने वाले पेट दर्द में ऐलोवेरा जूस काफी राहत देता है। इसके सेवन पेट दर्द ,जलन जैसी समस्याओं में काफी जल्द आराम देखने को मिलता है |

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पेट दर्द होने पर आहार कैसा होना चाहिए (Best Food to ease Upset Stomach in Hindi)
- हल्का भोजन जैसे मूंग की दाल, दलिया, मठ्ठा (छाछ), पपीता, अनार का जूस भोजन में लेना चाहिए।
- चाय, कॉफी, दूध का सेवन नहीं करना चाहिए।
- मठ्ठे में भूनी हुई अजवायन का पाउडर 1/2 छोटा चम्मच मिलाकर देना चाहिए।
- खाने खट्टी चीजे जैसे अचार, नींबू नहीं लेना चाहिए।
- अगर पेट दर्द की वजह से उल्टी भी हो रही है तो कुछ देर तक कुछ नहीं खाना चाहिए और बाद में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में चावल का पानी, मूंग की दाल का पानी देना चाहिए |
- ठोस आहार जैसे गेहूं की रोटी, अरहर की दाल, पालक की सब्जी, बेसन के बने समान , खीरा, ककडी, आदि नहीं देना चाहिए।
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